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BPSC 2024 Prelims Examination Cancelled : विवाद और आयोग के फैसले की पूरी जानकारी

BPSC 2024 Prelims Examination Cancelled

BPSC प्रीलिम्स परीक्षा 2024: विवाद और आयोग के फैसले की पूरी जानकारी

13 दिसंबर 2024 को आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) प्रीलिम्स परीक्षा में गड़बड़ियों की खबरें सामने आने के बाद परीक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दावा किया गया है कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया गया और प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींची गईं। इन घटनाओं ने परीक्षा की शुचिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

BPSC 2024 Prelims Examination Cancelled

गड़बड़ियों की जानकारी

  1. वायरल वीडियो: वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन का उपयोग हो रहा है। इसमें यह भी संभावना जताई जा रही है कि प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से साझा की गई होंगी।
  2. आयोग की प्रतिक्रिया: आयोग ने स्पष्ट किया है कि जिन केंद्रों पर गड़बड़ियां हुई हैं, केवल उन केंद्रों की परीक्षा को रद्द किया जाएगा।
  3. पुनर्परीक्षा का निर्णय: उन केंद्रों के लिए अलग से प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा और वहां पुनर्परीक्षा कराई जाएगी। आयोग ने यह भी घोषणा की है कि इन परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का उपयोग नहीं किया जाएगा।

महत्वपूर्ण घटनाक्रम

उठते सवाल

  1. अन्य केंद्रों पर प्रभाव: अगर एक केंद्र पर गड़बड़ी हुई है और प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींची गई हैं, तो क्या यह संभव नहीं है कि वे अन्य केंद्रों तक भी पहुंची होंगी? इस संभावना को खारिज करने की कोई ठोस गारंटी नहीं दी गई है।
  2. आयोग की पारदर्शिता: आयोग ने प्रभावित केंद्रों की पहचान और गड़बड़ी की प्रकृति के बारे में अभी तक पूरी जानकारी साझा नहीं की है।
  3. परीक्षा रद्द करने की मांग: कई अभ्यर्थियों का मानना है कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए पूरे प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द करना चाहिए था। एक भी केंद्र पर गड़बड़ी होना पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है।
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आगे की राह

आयोग को चाहिए कि वह इस मामले में पूरी पारदर्शिता से काम करे और अभ्यर्थियों को संतुष्ट करे। निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:

बीपीएससी प्रीलिम्स 2024 का विवाद एक गंभीर मुद्दा है जो बिहार जैसे राज्य में प्रतियोगी परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है। आयोग को यह सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षा प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो, ताकि भविष्य में ऐसे विवाद न हों।

अभ्यर्थियों की उम्मीद: अभ्यर्थी यह आशा करते हैं कि आयोग इस मामले में उचित कदम उठाएगा और सभी प्रकार की गड़बड़ियों को रोकने के लिए ठोस नीतियां बनाएगा।

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