UPSC And Similar Exams : A Comprehensive Analysis

UPSC And Similar Exams: A Comprehensive Analysis

यूपीएससी और समान परीक्षाओं की तैयारी: एक व्यापक विश्लेषण

यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। इसकी तैयारी के दौरान अभ्यर्थियों को अन्य राज्यों की पीसीएस और अन्य संबंधित परीक्षाओं में भी शामिल होने का अवसर मिलता है। इस लेख में हम यूपीएससी और अन्य समान परीक्षाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

यूपीएससी और अन्य परीक्षाओं की सीटें

  1. यूपीएससी (IAS, IPS, IFS): लगभग 1000 सीटें प्रतिवर्ष।
  2. उत्तर प्रदेश पीसीएस (UPPCS): लगभग 500 सीटें।
  3. मध्य प्रदेश पीसीएस (MPPCS): लगभग 500 सीटें।
  4. उत्तराखंड पीसीएस (UKPCS): लगभग 500 सीटें।
  5. राजस्थान पीसीएस (RAS): लगभग 1000 सीटें।
  6. छत्तीसगढ़ पीसीएस (CGPCS): लगभग 500 सीटें।
  7. झारखंड पीसीएस (JPSC): लगभग 500 सीटें।
  8. बिहार पीसीएस (BPSC): इस वर्ष लगभग 2000 सीटें (सामान्यतः 700-800 सीटें)।
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लोअर पीसीएस और अन्य परीक्षाएं

यदि लोअर पीसीएस (Lower PCS) और RO/ARO अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं को शामिल किया जाए, तो लगभग 2000 अतिरिक्त सीटें मिलती हैं।

कुल सीटों का अनुमान

यूपीएससी और राज्यों की पीसीएस परीक्षाओं को मिलाकर हर साल लगभग 5000 से 6000 सीटें उपलब्ध होती हैं।


कंपटीशन का स्तर

यूपीएससी की परीक्षा के लिए हर साल लगभग 10 लाख उम्मीदवार आवेदन करते हैं। लेकिन वास्तविक आंकड़ों का विश्लेषण कुछ इस प्रकार है:

  1. एग्जाम देने वाले कैंडिडेट्स:
    • लगभग 5 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल ही नहीं होते।
    • शेष 5 लाख में से केवल 3 लाख ऐसे होते हैं जो अन्य परीक्षाओं की भी तैयारी कर रहे होते हैं।
  2. सीरियस कैंडिडेट्स:
    • लगभग 1 लाख उम्मीदवार ही गंभीरता से तैयारी करते हैं।
  3. सभी सीटों पर प्रतिस्पर्धा:
    • यदि सभी परीक्षाओं की कुल सीटों को ध्यान में रखें (5000-6000), तो एक सीट के लिए लगभग 17 उम्मीदवारों का औसत प्रतिस्पर्धा होता है।

प्रति सीट उम्मीदवार=1000006000=16.67\text{प्रति सीट उम्मीदवार} = \frac{100000}{6000} = 16.67

इसका मतलब है कि प्रत्येक सीट के लिए लगभग 17 उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।


यूपीएससी की तैयारी करते समय अभ्यर्थियों को अन्य राज्यों की पीसीएस और संबद्ध परीक्षाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके पास निम्नलिखित लाभ हैं:

  • समान पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न के कारण अन्य परीक्षाओं में भी सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
  • एक व्यापक दृष्टिकोण और योजना से आप अपने अवसरों को बढ़ा सकते हैं।

यूपीएससी की तैयारी के तलछट (by-products) के रूप में, राज्य स्तरीय परीक्षाएं एक मजबूत बैकअप प्रदान करती हैं। इसलिए, योजना बनाएं, कड़ी मेहनत करें और अपनी सफलता सुनिश्चित करें।

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