UPPSC Prelims Cut Off Last 5 Years : 2018 से 2023 तक की कटऑफ का विश्लेषण और भविष्य की तैयारी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित UPPCS परीक्षा की कटऑफ हर वर्ष उम्मीदवारों के लिए सफलता की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेतक होती है। 2018 से 2023 तक के कटऑफ डेटा का विश्लेषण यह दर्शाता है कि समय के साथ परीक्षा के स्तर, प्रतियोगिता और श्रेणियों के प्रदर्शन में क्या परिवर्तन हुए हैं। आइए इन आंकड़ों पर आधारित विस्तृत विश्लेषण करते हैं।
UPPSC Prelims Cut Off Last 5 Years (2018-2023)
वर्ष | अनारक्षित (Unreserved) | अनुसूचित जाति (SC) | अनुसूचित जनजाति (ST) | अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) | अन्य |
---|---|---|---|---|---|---|
2018 | 126 | 112 | 90 | 126 | – | – |
2019 | 117 | 99 | 77 | 116 | 117 | – |
2020 | 110 | 95 | 77 | 110 | 112 | – |
2021 | 115 | 96 | 82 | 113 | 117 | स्वतंत्रता सेनानी आश्रित: 108, महिला: 110 |
2022 | 111 | 99 | 91 | 114 | 114 | – |
2023 | 125 | 112 | 109 | 128 | 129 | स्वतंत्रता सेनानी आश्रित: 122, PWD (HH): 99, पूर्व सेना: 104, महिला: 124 |
कैटेगरी-वाइज कटऑफ का विश्लेषण

1. अनारक्षित श्रेणी (Unreserved)
अनारक्षित श्रेणी की कटऑफ 2018 में 126 थी, जो 2020 तक घटकर 110 पर आ गई। हालांकि, 2023 में यह 125 तक पहुंच गई, जो बढ़ती प्रतियोगिता और बेहतर प्रदर्शन को दर्शाता है।
2. अनुसूचित जाति (SC)
SC श्रेणी की कटऑफ में 2018 से 2020 के बीच गिरावट देखी गई, लेकिन 2022 और 2023 में इसमें वृद्धि हुई। 2023 में यह 112 तक पहुंच गई, जो पिछले वर्षों के मुकाबले अधिक है।
3. अनुसूचित जनजाति (ST)
ST श्रेणी की कटऑफ स्थिरता के साथ मामूली वृद्धि दिखाती है। 2019 और 2020 में यह 77 रही, लेकिन 2023 में यह 109 तक बढ़ी।
4. अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
OBC श्रेणी की कटऑफ में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया। 2018 में यह 126 थी, जबकि 2020 में यह 110 पर आ गई। 2023 में, यह बढ़कर 128 हो गई, जो प्रतिस्पर्धा में वृद्धि का संकेत है।
5. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
EWS श्रेणी की कटऑफ पहली बार 2019 में जोड़ी गई, जो 117 थी। 2020 और 2022 में मामूली कमी देखी गई, लेकिन 2023 में यह 129 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
6. अन्य श्रेणियां
- महिला उम्मीदवारों की कटऑफ 2021 में 110 और 2023 में 124 तक पहुंच गई।
- स्वतंत्रता सेनानी आश्रित की कटऑफ 2021 में 108 और 2023 में 122 थी।
- PWD और पूर्व सेना की श्रेणियों में भी कटऑफ में वृद्धि दर्ज की गई।
कटऑफ में बदलाव के कारक
- परीक्षा की कठिनाई स्तर: यूपीपीसीएस ने हाल के वर्षों में परीक्षा के कठिनाई स्तर को बढ़ाया है, जिससे कटऑफ में बदलाव हुआ है।
- उम्मीदवारों की संख्या: हर साल बढ़ती प्रतियोगिता कटऑफ को प्रभावित करती है। 2023 में यह प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया।
- पदों की संख्या: पदों की संख्या में कमी या वृद्धि सीधे कटऑफ पर असर डालती है।
- नए आरक्षण वर्ग (EWS): 2019 के बाद से EWS श्रेणी को जोड़ने से अन्य श्रेणियों पर भी प्रभाव पड़ा।
अभ्यर्थियों के लिए सुझाव
- मजबूत रणनीति बनाएं: सिलेबस का गहराई से अध्ययन करें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें।
- मॉक टेस्ट और समय प्रबंधन: नियमित मॉक टेस्ट देकर अपनी तैयारी का आकलन करें।
- करंट अफेयर्स पर ध्यान दें: यूपीपीसीएस के प्रश्नपत्र में करंट अफेयर्स का महत्व बढ़ता जा रहा है।
- उत्तर लेखन का अभ्यास करें: मुख्य परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए उत्तर लेखन पर विशेष ध्यान दें।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यूपीपीसीएस परीक्षा में सफलता पाने के लिए कटऑफ के रुझानों का अध्ययन करना और तैयारी को उसके अनुरूप ढालना अत्यंत आवश्यक है। 2018 से 2023 तक के आंकड़े यह स्पष्ट करते हैं कि प्रतियोगिता में वृद्धि हुई है और विभिन्न श्रेणियों में कटऑफ में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। 2024 और उसके बाद के वर्षों में कटऑफ और भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है। ऐसे में सही दिशा और मेहनत ही सफलता की कुंजी होगी।

यूपीपीसीएस की तैयारी: विस्तृत मार्गदर्शिका
यूपीपीसीएस (UPPCS – Uttar Pradesh Provincial Civil Services) की परीक्षा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा राज्य सरकार के अधीन विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है। परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है:
- प्रीलिम्स (Prelims)
- मुख्य परीक्षा (Mains)
- साक्षात्कार (Interview)
1. परीक्षा के चरण
(i) प्रीलिम्स (Prelims):
- पेपर:
- पेपर 1 (सामान्य अध्ययन): 150 प्रश्न, 200 अंक
- पेपर 2 (सीसैट – CSAT): 100 प्रश्न, 200 अंक (क्वालिफाइंग, 33% न्यूनतम अंक आवश्यक)
- नेगेटिव मार्किंग:
- प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक कटते हैं।
- अवधि: प्रत्येक पेपर के लिए 2 घंटे।
- प्रकृति: वस्तुनिष्ठ (Objective Type)
(ii) मुख्य परीक्षा (Mains):
- पेपर संरचना:
- निबंध (Essay): 150 अंक
- सामान्य हिंदी: 150 अंक
- चार सामान्य अध्ययन (GS) पेपर: प्रत्येक 200 अंक (कुल 800 अंक)
- वैकल्पिक विषय (Optional Subject): दो पेपर, प्रत्येक 200 अंक (कुल 400 अंक)
- अवधि: प्रत्येक पेपर के लिए 3 घंटे।
- प्रकृति: वर्णनात्मक (Descriptive Type)
(iii) साक्षात्कार (Interview):
- अंक: 100
- साक्षात्कार में उम्मीदवार की व्यक्तित्व, तर्कशक्ति और प्रशासनिक क्षमताओं का आकलन किया जाता है।

2. तैयारी की रणनीति
(i) प्रीलिम्स:
- सिलेबस को समझें: सामान्य अध्ययन और सीसैट दोनों के लिए पाठ्यक्रम का अध्ययन करें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र: प्रश्नों की प्रकृति और महत्वपूर्ण विषयों को समझने के लिए।
- डेली करंट अफेयर्स: समाचार पत्र (जैसे ‘द हिंदू’, ‘दैनिक जागरण’) और मासिक पत्रिकाएं (योजना, कुरुक्षेत्र) पढ़ें।
- रीविजन पर ध्यान दें: नोट्स बनाकर नियमित रीविजन करें।

(ii) मुख्य परीक्षा:
- निबंध लेखन: नियमित अभ्यास करें। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विषयों पर लेख लिखें।
- वैकल्पिक विषय: अपनी शैक्षिक पृष्ठभूमि और रुचि के अनुसार विषय चुनें।
- उत्तर लेखन का अभ्यास: समयबद्ध उत्तर लेखन करें।
(iii) साक्षात्कार:
- मॉक इंटरव्यू: विभिन्न संस्थानों में मॉक इंटरव्यू दें।
- व्यक्तित्व विकास: आत्मविश्वास और स्पष्टता से उत्तर देने का अभ्यास करें।